नज़रें मिलते ही मुझसे तू रूठ जाती है
और तेरी नज़रों में मैं डूब जाता हूँ
तू इस जहां कि नहीं, एक परीजाद है
तुझे देखते ही ये सवाल आता है
तुझसे मिलने कि चाहत, पाने कि चाहत है
बस यही ख्याल मेरे दिल में आता है
एक बार आ समा जा मुझमे
देख कितना सुकून तुझे आता है
तेरी फुरक़त में जो दर्द मिलता है
जीस्ते-गम मुझसे दूर हो जाता है
बस तेरी आरजू है इस दिल को
कुछ और नहीं मुझे समझ आता है
और तेरी नज़रों में मैं डूब जाता हूँ
तू इस जहां कि नहीं, एक परीजाद है
तुझे देखते ही ये सवाल आता है
तुझसे मिलने कि चाहत, पाने कि चाहत है
बस यही ख्याल मेरे दिल में आता है
एक बार आ समा जा मुझमे
देख कितना सुकून तुझे आता है
तेरी फुरक़त में जो दर्द मिलता है
जीस्ते-गम मुझसे दूर हो जाता है
बस तेरी आरजू है इस दिल को
कुछ और नहीं मुझे समझ आता है
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